बनके सावन के घटा छाबे रे लिरिक्स / Ban ke sawan ke ghata chhaabe re cg song lyrics.
बनके सावन के घटा छाबे रे
माया के रस बरसाबे
सूरता मा तोर दिन मोर ढले
सपना मा तोर रतिहा कटे
बनके बसंती पवन आबे रे
कहर महर अंगना महकाबे
बसे हावस मोर , नस नस मा तै
करे हस अंजोर अन्तस मा तै
बनके सावन के घटा छाबे रे
मया के रस बरसाबे
बनके बसन्ती पवन आबे रे
कहर महर अंगना महकाबे
छोड़ के ते मोला परदेस जाबे दिन-रात मोर बिना कैसे पहाबे
झन भुलाबे मोला झन भुलाबे मोला
सुरता के दिया जलाबे रे
छइहां मा तोर मोला पाबे
दूसर संग मया लेबे झन लगा
संगवारी मोर देबे झन दगा
बनके बसंती पवन आबे रे कहर महर अंगना महकाबे
बनके सावन के घटा आबे रे मया के रस बरसाबे..
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